अगर आप हर महीने आने वाले भारी भरकम बिजली बिल से परेशान हैं, तो अब राहत की खबर है। पीएम सूर्यघर योजना के तहत हजारों परिवार अपने घर की छतों पर सोलर सिस्टम लगाकर न सिर्फ बिजली बचा रहे हैं, बल्कि हर महीने हजारों रुपये की बचत भी कर रहे हैं। यूपी के महराजगंज जिले में इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 2287 घरों की छतें सोलर पैनल से जगमग हो जाएंगी। यह योजना केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त पहल है, जिसके तहत लोगों को रूफटॉप सोलर पावर प्लांट लगवाने पर मोटी सब्सिडी दी जा रही है। अब तक जिले के 586 घरों में सोलर प्लांट लग चुके हैं। इन घरों के निवासी अब बिजली ग्रिड को अतिरिक्त यूनिट भेजकर आमदनी भी कर रहे हैं।

आम लोग कैसे उठा रहे हैं योजना का लाभ
सुभाषनगर के निवासी निखिल उर्फ शुभम शुक्ला ने दो साल पहले अपने घर पर सोलर संयंत्र लगवाया था। उनके घर में दो एसी, वॉशिंग मशीन, वाटर पंप, मिक्सर, फ्रीज जैसे भारी उपकरण चलते हैं। पहले उनका बिजली बिल हर महीने आठ से नौ हजार रुपये तक आता था, लेकिन अब चार से पांच महीने का बिल मिलाकर केवल 1200 से 1500 रुपये तक आता है। इसी तरह बिस्मिलनगर के सत्तन वर्मा ने दिसंबर 2024 में चार किलोवाट का सोलर संयंत्र लगवाया जिसकी कुल लागत 2.40 लाख रुपये थी। उन्हें 1.08 लाख रुपये की सब्सिडी मिली। पहले उनका बिजली बिल 3500 से 3800 रुपये प्रति माह आता था, लेकिन अब वे ग्रिड को बिजली भेज रहे हैं और सिर्फ 765 रुपये का बिल आया है।
प्रशासन ने दिए सख्त निर्देश
जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने योजना के प्रभाव को देखते हुए अधिकारियों को अधिक से अधिक लोगों को इस योजना से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने खासतौर पर सरकारी कर्मचारियों, ग्राम प्रधानों और पार्षदों को प्रेरित करने को कहा है ताकि वे खुद भी संयंत्र लगवाएं और आम लोगों को भी जागरूक करें। डीएम ने इस योजना के क्रियान्वयन के लिए जिला विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी भी नामित किया है। अधिकारियों का कहना है कि यह योजना सिर्फ एक बिजली बचत का माध्यम नहीं है बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक अहम कदम है।
कितना खर्च और कितनी सब्सिडी?
पीओ नेडा गोविंद तिवारी ने बताया कि पीएम सूर्यघर योजना के अंतर्गत एक किलोवाट संयंत्र की लागत लगभग 65 हजार रुपये है। इसमें केंद्र सरकार 30 हजार और राज्य सरकार 15 हजार रुपये की सब्सिडी दे रही है। यानी उपभोक्ता को केवल 20 हजार रुपये खर्च करने होते हैं। जैसे-जैसे संयंत्र की क्षमता बढ़ती है, सब्सिडी की राशि भी बढ़ती है। अधिकतम 1.08 लाख रुपये तक की सब्सिडी इस योजना में दी जा रही है।
संयंत्र क्षमता | कुल लागत | केंद्र की सब्सिडी | राज्य की सब्सिडी | उपभोक्ता का खर्च |
1 kW | ₹65,000 | ₹30,000 | ₹15,000 | ₹20,000 |
2 kW | ₹1,30,000 | ₹60,000 | ₹30,000 | ₹40,000 |
3 kW | ₹1,95,000 | ₹78,000 | ₹45,000 | ₹72,000 |
4 kW या अधिक | ₹2,40,000 तक | ₹1,08,000 तक | शामिल | शेष उपभोक्ता को |
कैसे लगवाएं सोलर प्लांट?
पीएम सूर्यघर योजना के तहत सोलर संयंत्र लगवाने की प्रक्रिया बेहद आसान है। सबसे पहले pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसके लिए उपभोक्ता को अपना बिजली उपभोक्ता नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करना होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद DISCOM से अप्रूवल लेना होता है। फिर सूचीबद्ध वेंडर से संपर्क कर संयंत्र लगवाया जा सकता है। इंस्टॉलेशन पूरा होने के बाद निरीक्षण और सब्सिडी क्लेम की प्रक्रिया होती है। यह योजना आम लोगों को ऊर्जा के वैकल्पिक और स्वच्छ स्रोत की ओर प्रेरित कर रही है, जिससे ना केवल बिजली बिल में कटौती हो रही है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही है।
यह भी पढ़े – 👉 क्या 2kW सोलर सिस्टम से चल सकता है 1.5 टन AC 8 घंटे तक? असली गणित जानिए यहाँ!