आज के समय में जब हर घर बिजली के बढ़ते खर्च से परेशान है, सोलर पैनल लगाना एक स्मार्ट फैसला बन गया है। लेकिन असली मुश्किल तब आती है जब हमें दो बड़े ब्रांड – Adani और Tata – के बीच फैसला करना होता है। एक तरफ Adani की लेटेस्ट Topcon टेक्नोलॉजी है, तो दूसरी तरफ Tata का सालों पुराना भरोसा। आमतौर पर लोग ब्रांड के नाम पर या फिर दुकानदार की सलाह पर सोलर पैनल खरीद लेते हैं, लेकिन क्या वो सच में उनके लिए सही होता है? इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि Adani और Tata सोलर में असली चैंपियन कौन है और 99% लोग कहां गलती कर बैठते हैं।

टेक्नोलॉजी और सब्सिडी: कौन देता है बेहतर ऑप्शन?
Adani और Tata दोनों ही कंपनियां अलग-अलग तरह के पैनल्स बनाती हैं, लेकिन जब बात आती है सरकारी सब्सिडी की, तो वहां फर्क साफ दिखाई देता है। Tata Solar अपने MonoPERC और Bi-facial पैनल्स के लिए जाना जाता है, लेकिन DCR (Domestic Content Requirement) की कैटेगरी में Tata के सिर्फ MonoPERC बायफेशियल पैनल ही आते हैं। वहीं Adani Solar ने मार्केट में बाजी मार ली है, क्योंकि वह DCR में भी लेटेस्ट Topcon टेक्नोलॉजी के पैनल्स प्रोवाइड करता है। Adani की एलन शाइन सीरीज P-Type और N-Type दोनों विकल्पों के साथ आती है, जो सब्सिडी के लिए योग्य हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो Adani की टेक्नोलॉजी ज्यादा एडवांस है और सब्सिडी के साथ भी उपलब्ध है।
एफिशिएंसी और डिग्रेडेशन: लंबी रेस का घोड़ा कौन?
Tata और Adani दोनों कंपनियों के पैनल्स की एफिशिएंसी काफी हद तक पास-पास है, लेकिन डिटेल में जाएं तो फर्क दिखने लगता है। Tata के MonoPERC बायफेशियल पैनल्स की एफिशिएंसी करीब 21.54% है और ये पैनल 30 साल बाद 80% तक की परफॉर्मेंस पर आ जाते हैं। वहीं Adani के Topcon N-Type पैनल्स की एफिशिएंसी 22.5% तक जाती है, और 30 साल बाद भी ये पैनल 87.4% क्षमता पर काम करते हैं। यानी Adani के पैनल कम डिग्रेड होते हैं और ज्यादा समय तक बेहतर बिजली उत्पादन करते हैं। अगर आप लंबी अवधि के लाभ को ध्यान में रखते हैं तो Adani यहां Tata से आगे निकलता है।
प्राइस और वारंटी: जेब पर कितना असर?
कीमत के मामले में Tata के पैनल ₹20 से ₹25 प्रति वॉट के बीच मिल जाते हैं, जबकि Adani के Topcon पैनल थोड़े महंगे हैं – करीब ₹25 से ₹30 प्रति वॉट। दोनों कंपनियां 12 साल की प्रोडक्ट वारंटी और 30 साल की परफॉर्मेंस वारंटी देती हैं। हालांकि Tata का सर्विस नेटवर्क ज्यादा स्ट्रॉन्ग है और वारंटी क्लेम जल्दी प्रोसेस होता है। वहीं Adani का नेटवर्क अभी उतना व्यापक नहीं है, लेकिन कंपनी इसे लगातार बेहतर बना रही है। अगर आप बजट के हिसाब से सोचते हैं और एक भरोसेमंद सर्विस चाहते हैं तो Tata आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर आप थोड़ी ज्यादा कीमत देकर ज्यादा उत्पादन और जल्दी ROI चाहते हैं तो Adani ज्यादा समझदारी भरा फैसला है।
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