भारत की तेजी से बढ़ती सोलर इंडस्ट्री में अब एक नया मोड़ आया है। Websol Energy System ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में धमाकेदार प्रदर्शन किया है। कंपनी ने ₹219 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 96% ज्यादा है। इतना ही नहीं, कंपनी का प्रॉफिट भी ₹23 करोड़ से बढ़कर ₹67 करोड़ पहुंच गया, यानी लगभग 191% की उछाल। इन आंकड़ों ने साफ कर दिया है कि Websol अब सोलर मार्केट में एक बड़ा नाम बनने की दिशा में आगे बढ़ चुका है।

सोलर सेल क्षमता में होगी दोगुनी बढ़ोतरी
कंपनी ने घोषणा की है कि वह अक्टूबर 2025 से एक नई 600 MW mono PERC solar cell line शुरू करने जा रही है। इसके साथ ही Websol की कुल सोलर सेल उत्पादन क्षमता 1.2 GW तक पहुंच जाएगी। फिलहाल कंपनी के पास 550 MW की मॉड्यूल क्षमता है। इस विस्तार से न केवल उत्पादन क्षमता दोगुनी होगी, बल्कि कंपनी को वैश्विक और घरेलू बाजार दोनों में मजबूत पकड़ बनाने का अवसर भी मिलेगा। कंपनी सितंबर 2025 से ट्रायल प्रोडक्शन शुरू करेगी और अक्टूबर में इसका व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो जाएगा।
सरकारी योजनाओं और नई पार्टनरशिप से बढ़ेगा बिजनेस
Websol ने हाल ही में घरेलू बाजार के लिए सोलर किट्स लॉन्च किए हैं, जिनमें मॉड्यूल, इन्वर्टर और बैलेंस ऑफ सिस्टम शामिल हैं। कंपनी अब राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर बड़े खिलाड़ियों के साथ करार करने की प्रक्रिया में है। ये पार्टनरशिप न सिर्फ नए राजस्व स्रोत खोलेंगी बल्कि सरकारी योजनाओं जैसे PM-KUSUM Solar Pumps Project और Domestic Content Requirement (DCR) framework से भी जुड़ेंगी। इन कदमों से कंपनी भारत के 280 GW सोलर कैपेसिटी लक्ष्य (2030 तक) को हासिल करने में अहम भूमिका निभा सकती है।
Websol के मैनेजिंग डायरेक्टर सोहन लाल अग्रवाल ने साफ कहा है कि भारत का सोलर सेक्टर आने वाले समय में सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र है। सरकार की नीतियों और निवेश के माहौल ने कंपनियों के लिए बड़ा अवसर तैयार किया है।