14 लाख किसानों को मिला सोलर पंप का तोहफा! Rajasthan DISCOMs का 9.6 GW का मेगा प्लान

Durgesh Paptwan
Durgesh Paptwan | August 8, 2025

राजस्थान के किसानों के लिए खुशखबरी है कि PM-KUSUM योजना के तहत राज्य के DISCOMs ने 9.6 गीगावाट सोलर पावर का मेगा प्लान तैयार किया है। इस प्लान का मकसद न केवल किसानों को सस्ती और स्थिर बिजली देना है, बल्कि राज्य के Renewable Purchase Obligation (RPO) टारगेट को भी पूरा करना है। केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्रीपद नाइक के अनुसार, Component-A के तहत 489 पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) साइन हुए हैं, जिनकी कुल क्षमता 602 मेगावॉट है, और इनमें से 457 मेगावॉट पहले ही शुरू हो चुके हैं। वहीं Component-C में 1,696 PPA साइन हुए, जिनकी क्षमता 4,300 मेगावॉट है, और इनमें से 850 मेगावॉट से बिजली उत्पादन भी शुरू हो चुका है। इसके अलावा 4,700 मेगावॉट के नए प्रोजेक्ट्स के टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं।

14 Lakh Rajasthan Farmers Get Solar Pumps

किसानों को दिन में बिजली और कम लागत

राजस्थान सरकार ने कृषि और घरेलू लोड वाले फीडर्स को अलग करने का काम शुरू किया है, ताकि किसानों को दिन के समय स्थिर बिजली मिल सके और सप्लाई लागत भी कम हो। इसके तहत 12,835 कृषि फीडर्स के विभाजन का काम 10,201 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है, जिसमें से 248 फीडर पूरे हो चुके हैं और बाकी पर काम जारी है। इस बदलाव से किसानों को खेत सींचने के लिए न तो डीजल पंप पर निर्भर रहना पड़ेगा और न ही अनियमित बिजली का सामना करना पड़ेगा। खासतौर पर पानी की कमी वाले इलाकों में यह योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है।

RDSS योजना से बिजली सप्लाई में सुधार

जुलाई 2021 में लॉन्च हुई Revamped Distribution Sector Scheme (RDSS) के तहत राजस्थान में बिजली वितरण के बुनियादी ढांचे को सुधारने और स्मार्ट मीटरिंग के लिए बड़े स्तर पर निवेश किया गया है। 18,693 करोड़ रुपये वितरण इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए और 9,715 करोड़ रुपये स्मार्ट मीटरिंग के लिए स्वीकृत हुए हैं। इन सुधारों की वजह से AT&C लॉस 2021 के 26.23% से घटकर 2024 में 22.08% पर आ गया है, जो बिजली कंपनियों की बढ़ती दक्षता को दर्शाता है।

14 लाख किसानों की जिंदगी में बदलाव

इस योजना से अब तक 14,39,060 किसान लाभान्वित हो चुके हैं, जिनके खेतों में सोलर पंप लग चुके हैं या पुराने पंप सोलर में बदले जा चुके हैं। किसानों को दिन में छह घंटे तीन-फेज ब्लॉक सप्लाई मिल रही है, जिससे फसल उत्पादन में सुधार हो रहा है। खासतौर पर झालावाड़-बारां, कोटा-बूंदी और अन्य ग्रामीण इलाकों में इसका असर साफ दिखाई दे रहा है। राजस्थान का यह कदम न केवल किसानों की आय बढ़ा रहा है, बल्कि राज्य को ग्रीन एनर्जी मिशन में अग्रणी बना रहा है। आने वाले समय में यह मेगा प्लान देश के सबसे बड़े सोलर पावर सक्सेस स्टोरीज में से एक बन सकता है।

यह भी पढ़े – 👉 अब हरियाणा में हर घर पर सोलर! सरकार दे रही है दो-दो सब्सिडी, जानिए पूरा प्लान

Leave a Comment