क्या सोलर पैनल से करंट लगने से मौत हो सकती है? जानिए पूरी डिटेल्स

Durgesh Paptwan
Durgesh Paptwan | August 9, 2025

आजकल सोलर पैनल हर घर की छत पर दिखाई देने लगे हैं क्योंकि यह बिजली बचाने का एक बेहतरीन विकल्प है। लेकिन हाल ही में आई एक दुखद खबर ने लोगों के मन में डर बैठा दिया है। एक व्यक्ति की मौत सिर्फ इसलिए हो गई क्योंकि वह सोलर पैनल की सफाई कर रहा था और उसे करंट लग गया। अब सवाल उठता है – क्या वाकई सोलर पैनल से करंट लग सकता है? क्या इससे जान भी जा सकती है? इन सवालों के जवाब जानना बहुत जरूरी है, खासकर अगर आपके घर पर सोलर सिस्टम लगा है या आप लगवाने की सोच रहे हैं।

 electric shock from solar panels

सोलर पैनल से करंट कैसे लग सकता है?

सोलर पैनल खुद से करंट नहीं मारते, लेकिन अगर उसमें कोई तकनीकी खामी आ जाए तो यह जानलेवा हो सकता है। अधिकतर मामलों में जब पैनल में क्रैक आ जाता है और उस पर बारिश का पानी पड़ता है, तो करंट पैनल के मेटल फ्रेम और फिर पूरे स्ट्रक्चर में फैल सकता है। ऐसा खासकर तब होता है जब पैनल जीआई (Galvanized Iron) या एल्युमिनियम स्ट्रक्चर पर लगे होते हैं। अगर कोई व्यक्ति सफाई करते समय इस स्ट्रक्चर को टच करता है और पैनल से करंट लीक हो रहा हो, तो उसे जोरदार झटका लग सकता है। खासकर तब जब सिस्टम हाई वोल्टेज (जैसे 400V या उससे ज्यादा) पर चल रहा हो। कई घरों और कॉमर्शियल साइट्स पर 1000 वोल्ट तक के सोलर सेटअप लगाए जाते हैं, जो सही में जानलेवा साबित हो सकते हैं।

किन कारणों से हो सकती है जानलेवा घटना?

सबसे बड़ा कारण होता है सोलर पैनल का डैमेज होना, जैसे कि उसमें हल्का या गहरा क्रैक आ जाना। कई लोग टूटे हुए पैनल को वैसे ही छोड़ देते हैं, जबकि वह सबसे ज्यादा रिस्की होता है। दूसरा बड़ा कारण है वायरिंग में खराबी। अगर कोई वायर कटी हुई है या इंसुलेशन हट गया है और वह किसी मेटल से टच हो जाए तो वहां से करंट लीक हो सकता है। बारिश के मौसम में यह खतरा कई गुना बढ़ जाता है क्योंकि नमी करंट को तेजी से फैलने में मदद करती है। कई हादसों में यह भी देखा गया है कि सफाई के समय व्यक्ति अनबैलेंस होकर गिर जाता है, खासकर ऊंची बिल्डिंगों में, जिससे जान जाने का खतरा और बढ़ जाता है।

बचने के लिए क्या सावधानियां जरूरी हैं?

अगर आप सोलर पैनल का इस्तेमाल कर रहे हैं या करने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ जरूरी सावधानियां जरूर अपनाएं। सबसे पहले, समय-समय पर पैनल की जांच करें। अगर किसी पैनल में क्रैक है, तो उसे तुरंत हटाएं। दूसरा, पूरी वायरिंग को चेक करें कि कहीं कोई तार कटा हुआ या खुला तो नहीं है। तीसरा, बारिश के मौसम में पैनल को साफ करने से बचें और अगर करना हो तो मल्टीमीटर से पहले यह जांच लें कि कहीं करंट तो नहीं लीक हो रहा। मल्टीमीटर से आप बीप या वोल्टेज मोड में चेक कर सकते हैं कि करंट फ्रेम या स्ट्रक्चर तक तो नहीं पहुंच रहा। और सबसे जरूरी बात – ऊंची छतों या स्लोप वाली जगहों पर सफाई करते समय सुरक्षा उपकरण जैसे सेफ्टी बेल्ट का इस्तेमाल जरूर करें।

क्या हर सोलर पैनल खतरनाक होता है?

साफ शब्दों में कहें तो जब तक सोलर पैनल सही से इंस्टॉल किए गए हैं, उनमें कोई डैमेज नहीं है और वायरिंग पूरी तरह सुरक्षित है, तब तक वो बिल्कुल सुरक्षित होते हैं। असली खतरा तब पैदा होता है जब हम लापरवाही करते हैं – जैसे कि टूटे हुए पैनल को यूं ही छोड़े रखना, डैमेज वायरिंग की अनदेखी करना या बिना सुरक्षा के सफाई करना। छोटे सिस्टम (जैसे 12V या 24V) में करंट का असर कम होता है लेकिन जैसे-जैसे वोल्टेज बढ़ता है, रिस्क भी कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि हर सोलर सिस्टम यूजर अपनी जिम्मेदारी समझे और सुरक्षा मानकों का पालन करे। इस तरह आप न केवल बिजली बचा पाएंगे, बल्कि अपनी और अपने परिवार की जान भी सुरक्षित रख सकेंगे।

यह भी पढ़े – 👉 2025 में बेस्ट लिथियम Inverter-Battery कॉम्बो कोनसा है, क्या लागत रहेगी? जानिए पूरी डिटेल्स

Leave a Comment