सोलर पैनल से बैटरी चार्ज करने को लेकर लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल होता है – कितने वाट का पैनल कितनी देर में कितनी बड़ी बैटरी को चार्ज कर पाएगा। इसी सवाल का जवाब देने के लिए एक यूट्यूबर ने 150Ah की बैटरी और 550W के सोलर पैनल के साथ रियल-टाइम टेस्ट किया। इस लाइव टेस्ट से कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए जो हर सोलर यूजर को जानना बेहद जरूरी है।

150Ah बैटरी को पूरी तरह डिस्चार्ज करके हुई शुरुआत
सबसे पहले बैटरी को पूरी तरह से डिस्चार्ज किया गया ताकि ये पता लगाया जा सके कि उसकी वर्तमान कैपेसिटी कितनी है। इसके लिए 500 वाट का हैलोजन बल्ब लोड के तौर पर इस्तेमाल किया गया। जैसे ही बल्ब चलाया गया, बैटरी तेजी से डिस्चार्ज होने लगी और लगभग ढाई घंटे में फुल ड्रेन हो गई। उस दौरान जो यूनिट कंज्यूम हुई, वो थी करीब 860Wh, यानी बैटरी ने लगभग 0.86 यूनिट बिजली दी। इसका मतलब यह हुआ कि डेढ़ साल पुरानी 150Ah बैटरी की रियल क्षमता अब 800 से 900Wh के बीच है। इस टेस्ट से यह भी समझ आया कि अगर कोई 100W का लोड चलाता है, तो वह बैटरी करीब 8 से 9 घंटे तक चलेगी।
550W सोलर पैनल से चार्जिंग का लाइव टेस्ट शुरू
अब बारी थी 550W के सोलर पैनल से बैटरी को चार्ज करने की। Loom Solar कंपनी का यह पैनल काफी एफिशिएंट साबित हुआ। इसे MPPT टेक्नोलॉजी वाले चार्ज कंट्रोलर के साथ जोड़ा गया ताकि पैनल से अधिकतम पावर निकाली जा सके। यह पूरा चार्जिंग सेटअप दोपहर 2 बजे चालू किया गया और शाम 6 बजे तक लगातार सूरज की रोशनी में रखा गया। गौर करने वाली बात यह है कि टेस्टिंग के दौरान मौसम बादलों वाला और बरसात के सीजन का था, यानी पीक सोलर आउटपुट नहीं मिल पाया। इसके बावजूद सिर्फ 4 घंटे में बैटरी लगभग 70% तक चार्ज हो गई। चार्जिंग के बाद बैटरी का वोल्टेज 12.7V तक पहुंच गया था, जो एक अच्छा संकेत है।
चार्जिंग के बाद बैकअप टेस्ट से हुआ कैलकुलेशन कन्फर्म
चार्जिंग के बाद फिर से वही 500W लोड इन्वर्टर से चलाया गया और इस बार यूनिट मीटर को पहले से जीरो कर दिया गया था ताकि सटीक कैलकुलेशन किया जा सके। इस बार लोड लगभग डेढ़ घंटे तक चला, और बैटरी ने करीब 0.58 यूनिट बिजली दी। इससे यह कन्फर्म हो गया कि सोलर पैनल से चार्ज की गई बैटरी में लगभग 65-70% पावर स्टोर हो गई थी। इस रीडिंग से यह बात भी साबित हो गई कि अगर धूप पूरी मिलती, यानी सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक पैनल चलता तो बैटरी 100% तक चार्ज हो सकती थी। MPPT चार्ज कंट्रोलर की वजह से चार्जिंग स्पीड काफी अच्छी रही और सोलर पैनल से लगभग 12 से 14 एंपियर करंट भी मिला।
निष्कर्ष
इस रियल टेस्ट से एक बात तो पक्की हो गई कि एक 550W का सोलर पैनल एक 150Ah की बैटरी को 6-7 घंटे में पूरी तरह चार्ज कर सकता है, वो भी सामान्य धूप में। बरसात के मौसम में समय थोड़ा बढ़ सकता है, लेकिन MPPT कंट्रोलर की मदद से एफिशिएंसी बनी रहती है। अगर आपका लोड बहुत कम है जैसे पंखा, लाइट और मोबाइल चार्जिंग, तो सिर्फ एक पैनल से भी काम चल सकता है। लेकिन अगर आप लोड के साथ-साथ बैटरी भी चार्ज करना चाहते हैं, तो 1000W या उससे ज्यादा सोलर पैनल लगाना बेहतर रहेगा। यह टेस्ट इस बात का भी उदाहरण है कि कैसे थोड़ी सी समझदारी और सही टेक्नोलॉजी से हम अपने घर के लिए एफिशिएंट सोलर सिस्टम बना सकते हैं, जो बिजली बिल को भी कम करेगा और पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद रहेगा।
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